शेयर बाजार हमेशा से जोखिम भरा रहा है. शेयरों में उतार-चढ़ाव आम आदमी के समझ नहीं आते. लेकिन, बाजार की रिकॉर्ड ऊंचाई और लगातार मिलने वाला बड़ा रिटर्न आकर्षित जरूर करता है. शेयर बाजार ही एकमात्र साधन है, जिसकी मदद से कम पूंजी के जरिए बड़ी पूंजी बनाई जा सकती है, क्योंकि शेयर बाजार ने ही लंबे पीरियड में बेहतरीन रिटर्न दिया है
फ्युचर का ट्रेडिंग दो पक्षों के बिच के समझौते से होता है या वह जो भी माल भविष्य के किसी एक निश्चित समय एक निश्चित भाव से खरीदा जाता है। फ्यचर्स का कॉन्ट्रॅक्ट विशिष्ट प्रकार के फॉरवर्ड कॉन्ट्रैक्ट होता है, जिसमें फ्यचर्स कॉन्टॅक्ट एक्सचेन्ज में ट्रेडिंग होने पर स्टॅन्डर्ड कॉन्टॅक्ट कहके गिना जाता है।
शेयर मार्केट में बहुत सारे लोगों को नहीं पता Option Trading क्या है, Call और Put क्या है। शेयर बाज़ार में ट्रेडिंग करने के लिए बहुत सारे माय्धाम है उनमे से एक है Option Trading। बहुत सारे लोग शेयर मार्केट में Call & Put खरीद करके ट्रेडिंग करते हैं। आज हम सरल भाषा में जानेंगे Option Trading कैसे करे, क्या हैं
डीमैट "डिमटेरियलाइज़ेशन" का संक्षिप्त रूप है, जिसका अर्थ भौतिक शेयरों और सिक्योरिटीज़ को इलेक्ट्रॉनिक रूप में बदलना है. कागज फॉर्म के बजाय इलेक्ट्रॉनिक रूप में शेयर रखने के लिए डीमैट अकाउंट की आवश्यकता होती है. डीमैट अकाउंट शेयरों को सुरक्षित रखते हैं, जिससे फोर्जरी से संबंधित शेयरों या जोखिमों की हानि को रोकते हैं. यह प्रतिभूतियों को तेजी से व्यापार करने की एक आसान विधि है. स्टॉक मार्केट में शेयरों का ट्रेडिंग करने के लिए डीमैट अकाउंट और ट्रेडिंग अकाउंट आवश्यक है